250 घायल, संसद परिसर में घुसे प्रदर्शनकारी, काठमांडू सहित कई इलाकों में कर्फ्यू
भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ सड़क पर उतरे युवा
नेपाल के पीएम ओली ने बुलाई आपात बैठक गृहमंत्री रमेश लेखक का इस्तीफा
काठमांडू । नेपाल की ओली सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और फेसबुक, एक्स, यूट्यूब सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने को लेकर सोमवार को काठमांडू और अन्य जिलों में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी संसद भवन परिसर में घुस गए, पुलिस पर पथराव किया। देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस व प्रदर्शनकारियों की झड़प में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी जबकि 250 घायल हो गए हैं। पीएम केपी ओली ने कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई। नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक ने विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। सड़कों पर सेना की तैनाती कर दी गई है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार देशभर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़पों में कम से कम 19 लोगों की मौत हुई। काठमांडू जिला प्रशासन के अनुसार, हामी नेपाल ने पूर्व अनुमति के साथ इस रैली का आयोजन किया था। सोमवार सुबह काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने न्यू बानेश्वर में संसद को घेर लिया और बैरिकेड्स तोड़कर अंदर घुस गए। पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों से जवाब दिया। हजारों प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जगह-जगह झड़पें हुईं। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई है और 250 से अधिक घायल हुए हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू के साथ-साथ पोखरा, चितवन, नेपालगंज और बिराटनगर समेत कई शहरों में युवाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। काठमांडू पोस्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पीएम केपी शर्मा ओली के गृहनगर दमक में उनके पैतृक घर पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को चेतावनी में गोलियां चलानी पड़ीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लाल और नीले राष्ट्रीय झंडे लहराते हुए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध बंद करो भ्रष्टाचार बंद करो के नारे लगाए। कई रिपोर्ट्स में इसे जेनरेशन ज़ेड (1995-2010 के बीच जन्मे) का प्रदर्शन बताया गया ।
न्यू बानेश्वर में संसद भवन को घेरते हुए उन्होंने कंटीले तारों को पार किया और दंगा निरोधक पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर किया। इसके चलते कर्फ्यू लगाना पड़ा। पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ीं, लेकिन संख्या में कम होने के कारण वे संसद परिसर में ही सुरक्षा की तलाश में रहे । काठमांडू जिला प्रशासन ने संसद भवन, सरकारी सचिवालय, राष्ट्रपति भवन और अन्य उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया।
बुटवल, भैरहवा, इटाहारी और दमक में भी कर्फ्यू लागू किया गया। पुलिस की गोलीबारी में कई प्रदर्शनकारियों की मौत हुई, और दर्जनों घायल होकर काठमांडू के अस्पतालों में भर्ती हैं । हामी नेपाल के अध्यक्ष सुधन गुरुंग ने कहा कि यह प्रदर्शन सरकारी कार्रवाइयों और भ्रष्टाचार के खिलाफ है और देशभर में ऐसे प्रदर्शन हो रहे हैं।
भारत में अलर्ट
भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने सतर्कता | भारत में अलर्ट बढ़ा दी और स्थिति पर नजर रख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों देशों के बीच कुछ स्थानों पर संयुक्त गश्त हो रही है ताकि असामाजिक तत्व सीमा पार न कर सकें। भारत-नेपाल सीमा खुली है लेकिन सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में चौकसी तेज की गई है। ये पांच राज्य नेपाल से सीमा साझा करते हैं, जहां कई छोटे-बड़े बॉर्डर पॉइंट्स हैं।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के पिलीभीत, बहराइच, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में विशेष निगरानी की जा रही है। ड्रोन और तकनीक से संदिग्धों की पहचान की जा रही है। बिहार के चंपारण, सीतामढ़ी और मधुबनी में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है। नेपाल के बर्दिया और धनुषा जैसे जिलों में भी नेपाल सरकार ने सुरक्षा बढ़ाई है।
यह लोकतंत्र पर हमला : ओली
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कैबिनेट की मीटिंग के दौरान कहा कि ये प्रदर्शन लोकतंत्र पर हमला है। आज की हिंसक घटनाओं की जांच के लिए एक कमेटी बनाएगी जाएगी।
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